यूपी योद्धा- जैसा नाम, वैसा खेल। जब से इस टीम ने प्रो कबड्डी में पंगा लेना शुरू किया है, सामने वाली टीम की हमेशा मुश्किलें ही बढ़ी हैं। प्रो कबड्डी लीग के सीज़न 5 में अपना पदार्पण करने वाली यूपी योद्धा ने अब तक अपने फैंस को निराश नहीं किया है। अपने पहले सीज़न में ही टीम से सबको चौकाते हुए शीर्ष की चार टीमों में जगह बनाया। फिर पिछले सीज़न में टीम ने एक और कदम आगे बढ़ते हुए दूसरे क्वालिफायर तक का सफर तय किया। इन योद्धाओं की सबसे बड़ी खासियत है अंत तक हार न मानना। पिछले दो सीज़न में अपना लोहा मनवाली वाली ये टीम, इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेगी। इस सीज़न में उतरने से पहले जिस प्रकार के टीम में बदलाव हुए हैं, उससे साफ जाहिर है कि टीम का लक्ष्य साफ है, और इस बार वो गलतियां नहीं होंगी जो पिछले सीज़न में अहम मौकों पर हुई थीं।

इस बार योद्धाओं की कमान संभालेंगे नितेश कुमार, जो पिछले सीज़न में टैकल प्वाइंट्स का सैकड़ा जड़ चुके हैं। नितेश कुमार की पकड़ ने पिछले सीज़न में अच्छों-अच्छों को जकड़ा था। उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत ही टीम ने कई मौकों पर आसानी से मैच अपने नाम किया था। यही वजह है कि इस बार उन्हें टीम की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। जिसके बाद यूपी योद्धाओं के फैंस उनसे उसी प्रदर्शन की उम्मीद लगाए बैठे हैं। ऊपर से कप्तानी की जिम्मेदारी नितेश कुमार के हौसले को और बढ़ाएगी। बात अगर टीम के दूसरे स्टार खिलाड़ी की करें तो, पिछले सीज़न के कप्तान और यूपी योद्धा की शान, रिशांक अपनी रेड से कहर ढाहने के लिए तैयार है। पिछले सीज़न में आखिरी मैचों में अपनी रेड की पटरी पर लौटे रिशांक इस सीज़न में वो प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे। हरियाणा स्टीलर्स को छोड़कर योद्धा बने मोनू गोयत से फैंस को बहुत उम्मीदें हैं, और वो इस पर ज़रुर खरा उतरना चाहेंगे। श्रीकांत जाधव की जादुई रेड ने पिछले सीज़न में योद्धाओं को अगल ही ताकत दी थी। जाधव ने पिछले सीज़न में 43 डू ऑर डाई रेड प्वाईंट्स हासिल किए थे। इस मामले में वो राहुल चौधरी के साथ संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रहे थे।

मोनू गोयत का टीम के साथ जुड़ना, कप्तान बदलना और टीम में एकजुटता से यूपी योद्धा को अंदरूनी ताकत मिलेगी। टीम इस बार और भी संतुलित नज़र आ रही है। टीम के पास डिफेंस और अटैक का तालमेल है। टीम में कोई कमी नहीं है। टीम के पास स्टार रेडर और स्टार डिफेंडर हैं। टीम सीज़न शुरू होने के एक महीने पहले से ट्रेनिंग कर रही है, और इस दौरान उसने अपनी कमियां दूर की हैं। पिछले दोनों सीज़न में टीम का प्रदर्शन और इस बार टीम की ताकत देखते हुए ये उम्मीद की जा सकती है, कि टीम अपने फैंस को खुशी से झूमने का मौका ज़रुर देगी। बस अपने खेल और टैलेंट को टीम अगर प्रो कबड्डी लीग के मैट पर दोहरा दे, तो खिताब जीतने से कोई नहीं रोक सकता।