मुंबई लेग के अपने पहले ही मैच में मिली शानदार जीत से उत्साहित यूपी योद्धा अपने दूसरे और आखिरी लेग के मुक़ाबले में तेलुगु टाइटंस के भिड़ने के लिए तैयार है। शुक्रवार को डोम एसवीपी स्टेडियम में यूपी योध्दा की नज़र लगातार दूसरी जीत हासिल करने पर होंगी। प्रो कबड्डी के सातवें सीज़न में लगातार दो हार के बाद मुम्बा के ख़िलाफ मिली जीत ने योद्धाओं को हौसले को बढ़ा दिया है। अब यूपी के योद्धा इस जीत के लय को बरकरार रखने के लिए तेलुगु टाइटंस के ख़िलाफ मैच पर उतरने के लिए तैयार हैं।
अगर बात तेलुगु टाइटंस की करें तो, उनके लिए ये सीज़न अभी तक निराशजनक से भरा रहा है। टीम को दो स्टार रेडर्स सूरज देसाई और सिद्धार्थ देसाई के प्रदर्शन में निरंतरता सबसे बड़ा फैक्टर रहा है। दोनों ने मिलकर अभी तक वो प्रदर्शन नहीं किया है जिसकी प्रसशंको को उम्मीद है। हालाकि दोनों की प्रतिभा पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता है। अपने दिन ये दोनों किसी भी टीम के डिफेंस को नहस-तहस करने का माद्दा रखते हैं। लेकिन दूसरी ओर डिफेंस में अच्छा प्रदर्शन कर रही योद्धाओं की टीम ने पिछले मैच में रेड जोन में भी कमाल दिखाया। ऐसे में टाइटंस के लिए चुनौती और बढ़ गई है।
दोनों टीमों के प्रदर्शन पर नज़र डाले तो, यूपी योद्धा इस मामले में टाइटंस से आगे नज़र आती है। जहां तेलुगु टाइटंस को चार मैच के बाद भी जीत का इंतज़ार है, वहीं यूपी योद्धा ने तीन में से एक मुक़ाबला अपने नाम कर चुकी है। योद्धाओं की टीम में कप्तान नीतेश कुमार के साथ आंसू सिंह और अमित देसाई भाइयों को अपनी जाल में फंसाने के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर रिशांक के वापसी के बाद टीम का रेडिंग जोन और मज़बूत हुआ है। मोनू गोयत, श्रीकांत जाधव के साथ ये स्टार रेडर अपने दिन अकेले मैट पर तांडव कर सकता है।
दोनों टीमों के अब तक के आपसी प्रदर्शन पर नज़र डाले तो यूपी का पलड़ा भारी नज़र आ रहा है। दोनों के बीच अब तक 5 मुक़ाबले खेले गए हैं जिसमें यूपी के योद्धाओं ने 4 बार बाज़ी मारी है, जबकि टाइटंस को सिर्फ एक बार ही जीत का स्वाद चखने को मिला है। ऐसे में मैट पर उतरने से पहले योद्धाओं का हौसला बुलंद ज़रुर होगा। उम्मीद है कि टीम लगातार दूसरी जीत हासिल कर मुंबई लेग का सफर समाप्त करेगी।